हम लिविंग रूम यूनीक होता है, लेकिन सब में एक चीज़ कॉमन होती है. ये एक ऐसी जगह हैं, जहां यादें बनती हैं. परिवार एक साथ सबसे ज्यादा समय यहीं बिताते हैं. लिविंग रूम में ही आगंतुकों का पहला इम्प्रेशन बनता है. दीवारों का कलर चुनने से लेकर, फर्नीचर और सजावट तक, घर के इस हिस्से में हम सबसे ज़्यादा समय बिताते हैं.
यहां कुछ लिविंग रूम हैं, जो देखने में शायद अलग लगें, लेकिन सब में समान स्तर की मेहनत लगाई गई है.


केतन बनकर के पुणे स्थित घर में कुछ मॉर्डन चीजों के साथ पारंपरिक लिविंग रूम है. इसमें एक पारंपरिक मंदिर है, जिसके साथ काउच और सेंटर टेबल के कलर का परफेक्ट मैच है. परिवार के लोग आपस में बात करने, टीवी देखने या मनोरंजन के लिए यहां समय बिताते हैं.

डिजिटल मीडिया के इस दौर में, मुंबई के देवांग बड़ियानी अभी भी अपनी पुरानी यादों को स्कूल के पुराने तरीके से दिखाने में विश्वास रखते हैं. उन्होंने अपने लिविंग रूम की दीवार पर एक खूबसूरत फैमिली ट्री बनाया है, जिसमें उन्होंने अपने जीवन के अलग-अलग पलों के फोटो को लगाया है. ये दीवार इस कमरे में जान डालती है और उनके घर में आने वाले हर व्यक्ति का मन मोह लेती है.

तुषार कट्यारमल के पुणे स्थित घर का लिविंग रूप कला और संस्कृति का बेहतरीन मिश्रण है. इस घर में आने वाला हर व्यक्ति वारली वॉल आर्ट, कलाकृतियों, आकर्षक वुडेन फाउंटेन, विंटेज एलीफैंट पेंटिंग व अन्य चीजों की सराहना किए बगैर नहीं रह पाता है. उनका लिविंग रूम आंखों को सुकून देने वाला है और उसकी सजावट बातचीत शुरू करने का एक अच्छा विषय है.


राहुल तिवारी के घर में लिविंग रूम और डाइनिंग रूम का कॉम्बिनेशन है. इसमें न केवल जगह का पूरी तरह से उपयोग किया गया है, बल्कि इसे एक ऐसे कमरे के रूप में बनाया गया है, जिसके इर्द-गिर्द पूरा परिवार रहता है. यहां परिवार के लोग एक साथ डिनर करते हैं, शाम की चाय पीते हैं, बोर्ड खेलते हैं और फिल्मे देखते हैं. तिवारी परिवार की सबसे बहुमूल्य यादें इसी रूम में संजोई जाती है.
सजावट संबंधी सलाह
अगर आप अपने लिविंग रूम को सजाने के लिए और आइडिया की तलाश कर रहे हैं, तो यहां कुछ अनूठे और क्लासिक टिप्स दिए गए हैं. नीचे कमेंट सेक्शन में हमें आपके लिविंग रूम की कहानी जानने में अच्छा लगेगा और हम आपकी कहानी को 'कहानी लिविंग रूम की' के अगले एडिशन में प्रकाशित भी कर सकते हैं.